खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट से शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स उछला

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन

भारत में खुदरा महंगाई दर में नरमी का असर बुधवार को शेयर बाजार पर साफ देखा गया। निवेशकों में भरोसे की वापसी के चलते बीएसई सेंसेक्स 182 अंकों की मजबूती के साथ बंद हुआ, वहीं एनएसई निफ्टी भी 88 अंक से अधिक चढ़ा।

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बाजार का हाल: उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर बंद

  • सेंसेक्स 182.34 अंक यानी 0.22% की बढ़त के साथ 81,330.56 पर बंद हुआ

  • दिन के दौरान यह 81,691.87 के उच्च स्तर और 80,910.03 के निचले स्तर पर गया

  • निफ्टी 88.55 अंक यानी 0.36% चढ़कर 24,666.90 पर बंद हुआ

किन शेयरों में दिखी मजबूती?

बाजार में जिन शेयरों ने मजबूती दिखाई, उनमें शामिल हैं:

  • टाटा मोटर्स

  • टेक महिंद्रा

  • मारुति

  • महिंद्रा एंड महिंद्रा

  • इन्फोसिस

  • एचसीएल टेक

  • टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज

  • भारती एयरटेल (1% की बढ़त, तिमाही मुनाफा ₹11,022 करोड़)

नुकसान में रहे ये दिग्गज

  • एशियन पेंट्स

  • कोटक महिंद्रा बैंक

  • एनटीपीसी

  • पावरग्रिड

खुदरा महंगाई दर छह साल के निचले स्तर पर

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.16% पर आ गई — जो बीते छह वर्षों में सबसे निचला स्तर है।
इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:

  • सब्जियों, फलों और दालों की कीमतों में गिरावट

  • वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव में कमी

  • अमेरिका में महंगाई के आंकड़ों में नरमी

थोक महंगाई भी घटी

  • अप्रैल में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 0.85% रही

  • यह 13 महीनों में सबसे निचला स्तर है

  • खाद्य पदार्थों, ईंधन और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में नरमी इसका कारण

विदेशी बाजारों का रुख

  • लाभ में: दक्षिण कोरिया (KOSPI), चीन (Shanghai Composite), हांगकांग (Hang Seng)

  • नुकसान में: जापान (Nikkei)

  • यूरोपीय बाजारों में दोपहर तक हल्की गिरावट

  • अमेरिकी बाजार मंगलवार को मजबूती में रहे

क्या करें निवेशक?

खुदरा और थोक मुद्रास्फीति में गिरावट से यह उम्मीद बढ़ी है कि भारतीय रिज़र्व बैंक जून की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कटौती कर सकता है। इससे आगे बाजार में और मजबूती देखने को मिल सकती है।

कम होती महंगाई, मजबूत कॉर्पोरेट नतीजे और सकारात्मक वैश्विक संकेत बाजार के लिए राहत लेकर आए हैं। निवेशकों को अब RBI की अगली नीति बैठक पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि वहां से बाजार की अगली दिशा तय हो सकती है।

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